इतिहास की कोई ऐसी पौराणिक कथा नहीं है, जिसमें अजीबोगरीब जैसे दिखने वाले इंसानों का जिक्र न किया गया हो। रामायण और महाभारत से लेकर अरबी कहानियां अलीफ लैला तक कई तरह विचित्र चीजों को उल्लेख किया जाता रहा है। आज के समय में भी कई तरह के विचित्र से दिखने वाली चीजों की बात होती है।
यह हमेशा अंधेरे में और खुफिया तरीके से दिखाई देते हैं। वह बर्फीली गहरी झीलों के आगोश में डूबे रहते हैं। उनके बारे में सिर्फ अफवाहें ही सुनाई देती हैं। लोग सिर्फ उनकी कल्पनाएं करते हुए डरते हैं। इनके होने के आज तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। यहां हम आपको दुनिया के उन रहस्यमयी दस जीवों के बारे में बता रहा है, जिनके डर के साये में सदियां बीत गई। फिर भी इनका आजतक कोई नामोनिशान नहीं मिला।
येति, बिग फुट और ससक्चैच नाम से जाना जाने वाला यह एममैन जीव आज तक दुनिया के लिए रहस्यमयी है। नेशनल जियोग्राफी से लेकर डिस्कवरी तक इस पर खोज कर चुके हैं। बावजूद इसके यह रहस्य कोई सुलझा नहीं पाया। माना जाता है कि यह हमेशा घने जंगलों और पहाड़ों में रहता है। जितने लोगों ने भी इसे देखा वह इसे सामान्य आदमी से लंबा, पूरा शरीर बालों से भरा हुआ, ताकतवर और अजीब सी गंध लिए हुए, बड़े पैर वाला और जोर से चीखने वाला बताते हैं।
लोच नेस मॉन्स्टर या लेक मॉन्स्टर
महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और कई अभियानों के बावजूद भी वैज्ञानिक इसे कभी नहीं ढूंढ पाए। यह सिर्फ तब दिखा जब लोग इसके बारे में नहीं सोचते थे और जिसने देखा वह डरे बिना न रह सका। यह जलीय जीव रहस्यमयी है। संसार में जहां भी ठंडे पानी की झील होती है यह वहीं पाया जाता है। वह एटलांटिक महासागर के चेसापीक बे, स्वीडन झील, नार्वे झील और न्यूयॉर्क झील देखा गया था। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि इसकी गर्दन लंबी, घोड़े जैसा सिर और पीठ पर कूबड़ होता है।
चुपाकाबरा
1970 में पहली बार इस जीव का नाम पुकारा गया था। लेकिन इंटरनेट के बाद इसकी लोकप्रियता बढ़ गई। 1995 में एक रिपोर्ट आई , जिसमें इस अजीबोगरीब जीव को किसान के पशुओं, गाय, बकरी, कुत्ते, मुर्गी और सुअर आदि को खाने वाला बताया था। लोग इसे 'गोट सकर' के नाम से भी बुलाते थे। यह एक बार में सौ से भी ज्यादा जानवर खा सकता था। किसान बताते थे कि यह दूसरे जानवरों की तरह किसी को घसीट कर नहीं ले जाता था। यह पकड़े गए जानवर की खाल में चीरा लगा कर मार डालता था। इसका आकार चिंपाजी जैसा और कंगारू की तरह कूदता था। लाल चमकती हुई आखें, भूरी त्वचा और हाथ बालों से भरे हुए थे। जीभ सांप की तरह लपलपाती थी।
द जर्सी डेविल
यह बेहद डरावना जानवर है। उसका सबसे ज्यादा आतंक न्यूजर्सी के बंजर देवदार के जंगलों में था। अपनी भयावह उपस्थिति के कारण इसका नाम 'द जर्सी डेविल' रख दिया गया। इसे दुनिया 17वीं सदी से जानती है। उस समय इसका दिखना आपदा या युद्ध का अपशकुन माना जाता है। कुछ शोधकर्ताओं और दो हजार से ज्यादा प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि ऐसा जीव वाकई सदियों से अस्तित्व में है। हालांकि आजकल इसे देखने दुर्लभ है। इसकी साढ़े तीन टांगे होती थीं। कोली कुत्ते जैसा सिर और घोड़े जैसा चेहरा था। लंबी गर्दन, दो फीट लंबे पंख और घोड़े के खुरों जैसी आवाज इसकी पहचान थी।
मॉथमैन
नंवबर 1966 में पश्चिमी वर्जिनिया में लगातार कई बार यूएफओ देखे जाने की घटनाओं ने जन्म लिया। लोगों का कहना था कि उससे एक विचित्र तरह का जीव निकला है। जॉन कील की क्लासिक बुक में इस जीव का विवरण दिया था। मॉथमैन की भविष्यवाणी पर सैकड़ों लोगों ने बड़े दैत्याकार पंखों वाले आदमी को देखने का दावा किया।
द डोवर डीमन
अप्रैल 1977 में डोवर मैसाच्यूसेट्स में इस विचित्र जीव को देखा गया था। उस समय इसे 'डोवर डीमन' नाम दिया गया। इसके कुछ समय के लिए ही थोड़े से लोगों ने देखा था। इसे आधुनिक समय का सबसे रहस्यमय जीव माना जाता है। न्यू इंग्लैंड 17 वर्षीय बिल बार्टेलेट अपने तीन दोस्तों के साथ घूमने निकला था, उन्होंने इस विचित्र प्राणी को देखा। वह घर आया और यादाश्त के सहारे स्केच तैयार किया। sabhar : bhaskar.com
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